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पेट की गैस का इलाज, |
पेट की गैस के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे 🌿
| Author: Rajesh
पेट की गैस आज के समय में एक आम लेकिन कष्टदायक समस्या बन गई है। इससे अपच, सीने में जलन, और असहजता होती है। आयुर्वेद में गैस को 'वात दोष' से जोड़ा गया है और इसे ठीक करने के लिए कई असरदार घरेलू नुस्खे बताए गए हैं।
गैस होने के मुख्य कारण
गैस होने के मुख्य कारण – विस्तृत विवरण
गैस बनना एक आम लेकिन परेशान करने वाली स्वास्थ्य समस्या है, जो अक्सर पेट में भारीपन, सूजन, डकार, पेट दर्द या अफरा जैसे लक्षणों के साथ आती है। गैस बनने के पीछे कई कारण होते हैं, जो हमारी दैनिक जीवनशैली, खानपान और पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली से जुड़े होते हैं।
1. अनियमित और खराब खानपान – सबसे प्रमुख कारणों में से एक है अनियमित भोजन करना या जल्दी-जल्दी खाने की आदत। जब हम भोजन को अच्छी तरह चबाए बिना निगलते हैं, तो अधिक हवा पेट में चली जाती है जिससे गैस बनने लगती है। साथ ही, ज्यादा तेलयुक्त, मसालेदार, प्रोसेस्ड फूड, और बासी भोजन भी पाचन को बाधित कर गैस पैदा करते हैं।
2. तैलीय और फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन – तली-भुनी चीज़ें, चिप्स, पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड्स में पाचन के लिए आवश्यक फाइबर की कमी होती है और ये पेट में लंबे समय तक रहते हैं, जिससे अम्लीयता (Acidity) और गैस की समस्या बढ़ जाती है।
3. कम फाइबर और पानी का सेवन – आहार में फाइबर की कमी और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से कब्ज की समस्या हो जाती है। जब मल लंबे समय तक आंतों में रुका रहता है, तो वह किण्वन (fermentation) की प्रक्रिया से गैस उत्पन्न करता है।
4. शारीरिक गतिविधि की कमी – जो लोग दिनभर बैठे रहते हैं और किसी भी प्रकार की व्यायाम या शारीरिक गतिविधि नहीं करते, उनमें पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। इससे भोजन सही समय पर नहीं पचता और गैस बनने लगती है।
5. तनाव और चिंता – मानसिक तनाव और चिंता पाचन क्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। जब मस्तिष्क तनाव में होता है, तो शरीर में बनने वाले कुछ हार्मोन पाचन रसों के स्राव को कम कर देते हैं, जिससे भोजन सही से नहीं पचता और गैस बनने लगती है।
6. दूध या दुग्ध उत्पादों से एलर्जी (Lactose Intolerance) – कुछ लोगों को दूध या दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, दही आदि से गैस की समस्या होती है क्योंकि उनके शरीर में लैक्टोज को पचाने वाला एंजाइम कम होता है। इससे दूध पेट में जाकर किण्वित हो जाता है और गैस बनने लगती है।
7. कुछ दवाओं का सेवन – एंटीबायोटिक्स, पेनकिलर्स, और हार्मोनल दवाएं पाचन तंत्र को प्रभावित करती हैं और पेट में गैस या अपच की समस्या उत्पन्न कर सकती हैं।
8. जल्दी-जल्दी खाना और अधिक बोलते हुए भोजन करना – इससे अतिरिक्त हवा पेट में चली जाती है, जिसे "Aerophagia" कहा जाता है, जो गैस का कारण बनती है।
9. बहुत अधिक मीठा और कृत्रिम स्वीटनर्स का उपयोग – चीनी, खासकर कृत्रिम मिठास (जैसे sorbitol) गैस बनने की एक आम वजह है क्योंकि इन्हें पचाना कठिन होता है।
आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे
1. अजवाइन और काला नमक
एक चम्मच अजवाइन और एक चुटकी काला नमक को गुनगुने पानी के साथ लें। इससे तुरंत राहत मिलती है।
2. हिंग पानी
हिंग (हींग) को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से गैस कम होती है और पेट हल्का महसूस होता है।
3. त्रिफला चूर्ण
रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है।
4. सौंफ और मिश्री
भोजन के बाद सौंफ और मिश्री चबाएं। यह गैस बनने से रोकता है और सांसों को भी ताजगी देता है।
पेट की गैस से बचाव के उपाय
पेट की गैस से बचाव के उपाय – घरेलू और आयुर्वेदिक तरीके
पेट की गैस एक आम समस्या है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह अपच, पेट दर्द, सूजन और बेचैनी का कारण बन सकती है। सौभाग्य से, आयुर्वेद और घरेलू उपायों में इसके कारगर समाधान मौजूद हैं। नीचे कुछ प्रभावी पेट की गैस से बचाव के उपाय दिए गए हैं जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं:
✅ 1. खाने की आदतें सुधारें
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भोजन धीरे-धीरे और चबाकर खाएं: जल्दी-जल्दी खाने से हवा पेट में जाती है, जिससे गैस बनती है।
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भोजन के तुरंत बाद न सोएं: खाने के बाद हल्की सैर करें, ताकि पाचन में सहायता मिले।
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ताजे और हल्के भोजन का सेवन करें: बासी, तले-भुने और भारी भोजन से बचें।
✅ 2. गैस बनने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज़ करें
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गोभी, मूली, चना, राजमा, मटर, प्याज, और सोडा युक्त पेय पदार्थों से बचें।
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दूध से गैस होती है तो लैक्टोज फ्री विकल्प अपनाएं।
✅ 3. गुनगुना पानी पिएं
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सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुना पानी पीने से पाचन क्रिया तेज होती है और गैस नहीं बनती।
✅ 4. हींग का सेवन करें
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एक चुटकी हींग को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से गैस तुरंत निकलती है और आराम मिलता है।
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बच्चों के पेट पर भी हींग और पानी का पेस्ट लगाना फायदेमंद होता है।
✅ 5. सौंफ और अजवाइन का प्रयोग करें
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खाने के बाद सौंफ या अजवाइन और काला नमक चबाएं। इससे पाचन ठीक रहता है और गैस नहीं बनती।
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चाहें तो सौंफ-अजवाइन-मेथी को समान मात्रा में मिलाकर भून लें और रोज़ एक चम्मच गर्म पानी के साथ लें।
✅ 6. त्रिफला चूर्ण का सेवन करें (आयुर्वेदिक उपाय)
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त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन को दुरुस्त करती है और कब्ज व गैस को दूर करती है। इसे रात में गुनगुने पानी के साथ लें।
✅ 7. योग और प्राणायाम करें
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नियमित योगासन जैसे पवनमुक्तासन, वज्रासन, भुजंगासन और कपालभाति प्राणायाम पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं और गैस से राहत दिलाते हैं।
✅ 8. तनाव से बचें
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मानसिक तनाव भी गैस की बड़ी वजह है। ध्यान (Meditation), संगीत, और अच्छी नींद लेने से पेट स्वस्थ रहता है।
✅ 9. नींबू और शहद
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सुबह नींबू और शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और गैस की समस्या नहीं होती।
✅ 10. धनिया और जीरे का पानी
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एक चम्मच धनिया और आधा चम्मच जीरा रातभर पानी में भिगो दें। सुबह छानकर पिएं – यह एक आयुर्वेदिक गैस नाशक टॉनिक जैसा काम करता है।
निष्कर्ष
गैस की समस्या केवल आहार से ही नहीं, बल्कि जीवनशैली, मानसिक स्थिति और पाचन तंत्र की क्षमता से भी जुड़ी होती है। यदि समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह गंभीर पाचन संबंधी बीमारियों का कारण बन सकती है। इसलिए सही समय पर सही खानपान, नियमित दिनचर्या और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाकर गैस की समस्या से बचा जा सकता है।
👉 आपने क्या सीखा?
- गैस होने के कारण क्या हैं
- आयुर्वेद में इसके इलाज के आसान नुस्खे
- बचाव के उपाय जो आप रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अपना सकते हैं
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